एक बगीचा और बहुत से फूल एक तालाब के पास लोगों को महक देते… बगीचे में बहुत से फूल और फल थे जिसमे से कुछ फूल और फल तो अपनी पहचान रखते.. कुछ फूलों और फलों का नाम कोई नहीं जानता.. एक फूल बड़ा उदास रहता कि उसकी कोई तारीफ नहीं करता.. उसका कोई नाम ही नहीं लेता.. कोई गुलाब की तारिफ़ करता तो कोई बैला की, कोई कहता कि फल तो आमफल.. कोई कहता कि फल तो केला का फल है बाकि क्या फल.. सारांश यह कि वो गुमनाम सा फल यह सोचता कि उसकी कोई तारिफ़ क्यों नहीं करता.. उसका होना और ना होना बराबर है… मुझे क्यों बनाया ईश्वर ने? वो फूल सोचता कि कुछ तो अलग मुझ में भी होगा.. मगर किसी को भी नजर क्यों नहीं आ रहा..एक दिन तेज आंधी आई.. वो फूल नीचे गिर पड़ा.. फूल ने देखा कि उसके पास के तालाब में एक चींटी जीवन और मौत से लड़ रही थी.. चींटी को लग रहा कि मौत आ चुकी है.. तालाब का एक हिचकोला आया और बस मेरा जीवन समाप्त हो जाएगा..वो चींटी सोचने लगी तेज हवा से तो बच गयी पर अब पानी से नहीं बच सकूँगी… पास में पड़े फूल ने कहा कि चिंता मत कर.. उसने चींटी को अपने ऊपर ले लिया.. चींटी की जान बच गयी तो वो फूल से बोली कि आज आपने मेरी जान बचाकर बहुत बड़ा अहसान किया है… वो फूल बोला नहीं रे पगली! तुझे नहीं पता.. तूने मुझे क्या दिया है… मुझे आज अपनी वैल्यू पता चली है.. मैं भी किसी के काम आ सका… सब फूल तो तारिफ़ ही पाते हैं मुझे तो ईश्वर ने किसी की जान बचाने का मौक़ा दे दिया.. आज मेरी वैल्यू ख़ुद की नजर में ही बढ़ गयी.. लोग क्या कहते हैं.. आज मुझे इससे फर्क नहीं पढ़ रहा है.. मुझे अपने जीवन का लक्ष्य मिल गया है जिस पर मुझको चलना है.. दोस्तों! यही हाल हम इंसानों का है.. ईश्वर ने सबको खास बनाया है.. ख़ुद से ज्ञानवान, धनवान, रूप वान और सत्तावान को देखकर कभी ख़ुद को कम मत आंकना.. हो सकता है आज उनका कद बड़ा हो.. मगर यह भी हो सकता है कि जीवन उनका यूँ ही निकल और बीत जाये और आपके हाथों से बहुत बड़ा और सार्थक काम हो जाए… यह संसार है.. सब कुछ बदल जाता है.. जो आज है वो कल नहीं रहेगा.. दुःख है तो सुख भी आना है.. सुख है तो दुःख भी आना है.. ज्ञान, वैभव, सत्ता सब ठाट यहीं पड़ा रह जाएगा जब लाद चलेगा यह साँस रूपी बंजारा………

6 thoughts on “आपकी कीमत आपको मालूम नहीं है शायद”
बहुत ही प्रेरक लिखा सर
बहुत बहुत प्रेरणादायक रचना, यूं ही लिखते रहिये क्या पता कौनसी रचना किसी का जीवन बचा ले।
बहुत अच्छा
thanks
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